भारतीय संविधान,भूगोल,इतिहास,अर्थवयवस्था,विज्ञानं आदि का विषयवार सामग्री------
******किस भाषा में कितने अक्षर होते हैं ********
*हिन्दी - 52 *संस्कृत - 44 *उर्दू- 34
*फारसी - 31 *चीनी - 204 *जर्मन - 29
*र्फेच- 25 *यूनानी- 24. *अरबी- 29
*स्पेनी- 27. *इटालिया- 20 *लैटिन- 22
*तुर्की- 28. *रूसी- 36. *इंग्लिश- 26
†********†*******†******†*******†****†
@भारतीय राज् व्यवस्था@
*भारतीय संविधान के अंतर्गत भारत राज व्यवस्था संघात्मक है।
*भारत की संप्रभुता संसद में अन्तर्निहित है।
*1853ई के चार्टर अधिनियम के द्वारा भारत में महत्वपूर्ण पदों को प्रतियोगी परीक्षाओं के आधार पर भरने की व्य्वस्था की गयी।
*भारत शासन अधिनियम 1909 (मार्ले मिन्टो सुधार) के द्वारा पहली बार मुस्लिमों के लिए अलग प्रतिनिधित्व का उपबंध किया गया।
*भारत शासन अधिनियम 1919(मॉन्टेग्यो चेम्स सुधार) द्वारा भारत में पहली बार महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला।
*प्रान्त में द्वैध शासन के जनक लियोनस कर्टियस थे।
*भारतीय शासन अधिनियम 1935 में 451 धाराएं एवं 15 परिषिस्ट थे।
ब्रिटिश संसद में 18 जुलाई 1947 को भारतीय स्वन्त्रता अधिनियम पारित किया गया।
@@इसकी मुख्या बातें-
भारत एवं पाकिस्तान नामक दो अधि राज्यों की स्थापना।
सभी देसी रियासतों को दोनों में से किसी में भी विलय की छूट होगी।
जबतक दोनों देश का नया संविधान बनकर तैयार नहीं हो जाता तबतक शासन अधिनियम 1935 के अनुसार हीं शासन होगा।
*****भारतीय संविधान सभा*****
*कैबिनेट मिशन योजना के आधार पर संविधान सभा का गठन जुलाई 1946 ई में किया गया।
*संविधान सभा सदस्यों की संख्या 389 निश्चित की गयी।
*इनमें 292 ब्रिटिश प्रान्त के प्रतिनिधि एवं 4 चीफ कमिश्नर छेत्रों के एवं 93 देशी रियासतों के प्रतिनिधि थे।
*प्रान्त या देशी रियासतों को उनकी जनसँख्या के आधार पर संविधान सभा में प्रतिनिधत्व दिया गया था।
*साधारणतः 10 लाख की आबादी पर 1 स्थान दिया गया था।
*****संविधान निर्माण की प्रक्रिया*****
*9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक में सचिदानंद सिन्हा को अस्थाई अध्य्क्ष चुना गया।
*फिर 11 दिसंबर 1946 को डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को स्थाई अध्य्क्ष चुना गया।
*स्वतंत्र भारत में संविधान सभा की पहली बैठक 14 अगस्त 1947 को हुई जो की 5वी बैठक थी।
*संविधान निर्माण में कुल 2 वर्ष 11 महीना एवं 18 दिन लगे।
*संविधान के प्रारूप पर 114 दिन बहस हुई।
*26 नवंबर 1949 को संविधान पूरा होने के समय संविधान सभा के कुल सदस्यों 299 में से 284 सदस्य उपस्थित थे। जिन्होंने संविधान पर हस्ताक्षर किये।
*26 नवंबर 1949 को जब संविधान पारित किया गया तब उसमें 22 भाग,395 अनुच्छेद एवं 8 अनुसूची थी।वर्तमान में 22 भाग,395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूची हैं।
*15 अनुच्छेदों को 26 नवंबर 1949 को ही प्रवर्तित किया गया बाकी को 26 जनवरी 1950 को लागु किया गया।
*संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को हुई और उसी दिन राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा द्वारा भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुन लिया गया।
नोट-*प्रस्तावना को संविधान की कुंजी कहा जाता है।
*प्रस्तावना को कोर्ट में प्रवर्तित नहीं किया जा सकता है।
*42वें संविधान संशोधन 1976 के द्वारा प्रस्तावना में समाजवादी,पंथ या धर्म निरपेक्ष एवं राष्ट्र की अखंडता शब्द जोड़े गए।
करेंट अफेयर्स (राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम की नवीनतम जानकारी)
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तर(विविध)
ऑनलाइन वर्क कैसे प्राप्त करें
सामान्य अंक गणित विथ सिंपल ट्रिक्स
महत्वपूर्ण वेबसाइट(महत्वपूर्ण संस्थाओं के वेब एड्रेस)
सामान्य अध्ययन (भारतीय,संविधान,इतिहास,भूगोल,अर्थव्यव्स्था, विज्ञान् आदि का विषय वार सामग्री)
*****भारतीय संविधान के विदेशी श्रोत*****
1 ब्रिटेन – संसदीय शासन पद्दति, एकल नागरिकता , विधि निर्माण प्रक्रिया ।
2 यूएसए - मौलिक अधिकार,संविधान की सर्वोच्चता, राष्ट्रपति पर महाभियोग, उपराष्ट्रपति, उच्चतम व कुछ न्यायालय के न्यायाधीशों को हटाने की विधि एवं वित्तीय आपात , न्यायिक पुनरावलोकन।
3 ऑस्ट्रेलिया :– प्रस्तावना की भाषा , समवर्ती सूचि का प्रावधान , संसदीय विशेषा धिकार, केंद्र राज्य सम्बन्ध व शक्तियों का विभाजन।
4 रूस :– मौलिक कर्तव्य
5 जापान:– विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
6 जर्मनी :– आपातकाल के दौरान राष्ट्रपति को मौलिक अधिकार संबंधी शक्तियां
7 आयरलैंड :– नीति निर्देशक सिद्धांत,राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा में साहित्य, कला , विज्ञान व समाज सेवा आदि छे त्र से ख्यातिप्राप्त व्यक्तियों का मनोनयन ,राष्ट्रपति के निर्वाचक मंडल की व्य्वस्था।
8 साउथ अफ्रीका :– संविधान संशोधन की प्रक्रिया
9कनाडा:– संघात्मक विशेषतायें, अवशिष्ट शक्तियां केंद्र के पास,राज्यपाल के नियुक्ति की प्रक्रिया।
* भारतीय संविधान पर सबसे अधिक प्रभाव भारत शासन अधिनियम 1935 का है। 395 अनुच्छेद में से लगभग 250 अनुच्छेद (70%) लिए गए हैं।
*****भारतीय संविधान की महत्व्पूर्ण अनुसूचियां*****
* अनुसूचियों की कुल संख्या 12 है।
1वीं -- इसमें 29 राज्यों एवं 7 संघ राज्यों का उल्लेख है।
2वीं--इसमेंराष्ट्रपति,राज्यपालों,न्यायाधीशों,सांसदों,
महालेखा परीक्ष क आदि के वेतन का प्रावधान।
3वीं--इसमें विभिन्न उच्च पदाधिकारियों उपर्लिखित के द्वारा पद ग्रहण के समय ली जानेवाली शपथ का उल्लेख है।
4वीं--इसमें प्रत्येक राज्य व् संघ राज्य छेत्रों के लिए राज्य सभा में प्रतिनिधित्व का वर्णन है।
5वीं--इसमें अनुसूचित जाती एवं अनुसूचित छेत्र के लिए प्रशासन के सम्बन्ध में प्रावधान है।
6वीं--इसमें असम,मेघालय,मिजोरम राज्यों के जनजातीय छेत्र के प्रशासन के बारे में प्रावधान है।
7वीं--इसमें केंद्र एवं राज्यों के बीच शक्तियों के बंटवारे के बारे में दिया गया है।
इसके अंतर्गत 3 सूचि हैं --------
1.संघ सूची :-इसमें 99 विषय हैं जिस पर क्रेन्द्र सरकार कानून बनाती है।
2.राज्य सूची:-इसमें 62 विषय हैं जिस पर राज्य सरकार कानून बनाती है।राष्ट्रहित में केंद्र भी कानून बना सकती है।
3.समवर्ती सूची:-इसके अंतर्गत दिए गए विषय पर केंद्र और राज्य दोनों कानून बना सकती है। मगर राज्य सरकार का कानून केंद्र द्वारा बनाये गए कानून के लागू होने के साथ ही समाप्त हो जाता है।वर्तमान में 52 विषय हैं।
समवर्ती सूची का प्रावधान जम्मू कश्मीर के बारे में नहीं है।
8वीं--देश की 22 भाषाओँ को संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त है।
9वीं--इसमें उन अधिनियमों को शामिल किया गया है जिनके वैधनिकता को न्यायालय में चुनोति नहीं दी जा सकती है।
10वीं--दल - बदल से सम्बंधित कानून । इस अनुसूची को 52वें संविधान संशोधन द्वारा 1985 ईस्वी में संविधान में शामिल किया गया है।
11वीं -- यह अनुसूची संविधान में 73वें संशोधन के द्वारा जोड़ी गयी है। इसमें पंचायतीराज को कार्य करने के लिए29 विषय प्रदान किये गए हैं।
12वीं -- 74वें संशोधन द्वारा जोड़ी गयी है।शहरी छेत्र के स्थानीय स्वशासन को कार्य करने के लिए 18 विषय दिए गए हैं।
****************
*अगला पेज(Next)*
****************
******किस भाषा में कितने अक्षर होते हैं ********
*हिन्दी - 52 *संस्कृत - 44 *उर्दू- 34
*फारसी - 31 *चीनी - 204 *जर्मन - 29
*र्फेच- 25 *यूनानी- 24. *अरबी- 29
*स्पेनी- 27. *इटालिया- 20 *लैटिन- 22
*तुर्की- 28. *रूसी- 36. *इंग्लिश- 26
†********†*******†******†*******†****†
@भारतीय राज् व्यवस्था@
*भारतीय संविधान के अंतर्गत भारत राज व्यवस्था संघात्मक है।
*भारत की संप्रभुता संसद में अन्तर्निहित है।
*1853ई के चार्टर अधिनियम के द्वारा भारत में महत्वपूर्ण पदों को प्रतियोगी परीक्षाओं के आधार पर भरने की व्य्वस्था की गयी।
*भारत शासन अधिनियम 1909 (मार्ले मिन्टो सुधार) के द्वारा पहली बार मुस्लिमों के लिए अलग प्रतिनिधित्व का उपबंध किया गया।
*भारत शासन अधिनियम 1919(मॉन्टेग्यो चेम्स सुधार) द्वारा भारत में पहली बार महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला।
*प्रान्त में द्वैध शासन के जनक लियोनस कर्टियस थे।
*भारतीय शासन अधिनियम 1935 में 451 धाराएं एवं 15 परिषिस्ट थे।
ब्रिटिश संसद में 18 जुलाई 1947 को भारतीय स्वन्त्रता अधिनियम पारित किया गया।
@@इसकी मुख्या बातें-
भारत एवं पाकिस्तान नामक दो अधि राज्यों की स्थापना।
सभी देसी रियासतों को दोनों में से किसी में भी विलय की छूट होगी।
जबतक दोनों देश का नया संविधान बनकर तैयार नहीं हो जाता तबतक शासन अधिनियम 1935 के अनुसार हीं शासन होगा।
*****भारतीय संविधान सभा*****
*कैबिनेट मिशन योजना के आधार पर संविधान सभा का गठन जुलाई 1946 ई में किया गया।
*संविधान सभा सदस्यों की संख्या 389 निश्चित की गयी।
*इनमें 292 ब्रिटिश प्रान्त के प्रतिनिधि एवं 4 चीफ कमिश्नर छेत्रों के एवं 93 देशी रियासतों के प्रतिनिधि थे।
*प्रान्त या देशी रियासतों को उनकी जनसँख्या के आधार पर संविधान सभा में प्रतिनिधत्व दिया गया था।
*साधारणतः 10 लाख की आबादी पर 1 स्थान दिया गया था।
*****संविधान निर्माण की प्रक्रिया*****
*9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक में सचिदानंद सिन्हा को अस्थाई अध्य्क्ष चुना गया।
*फिर 11 दिसंबर 1946 को डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को स्थाई अध्य्क्ष चुना गया।
*स्वतंत्र भारत में संविधान सभा की पहली बैठक 14 अगस्त 1947 को हुई जो की 5वी बैठक थी।
*संविधान निर्माण में कुल 2 वर्ष 11 महीना एवं 18 दिन लगे।
*संविधान के प्रारूप पर 114 दिन बहस हुई।
*26 नवंबर 1949 को संविधान पूरा होने के समय संविधान सभा के कुल सदस्यों 299 में से 284 सदस्य उपस्थित थे। जिन्होंने संविधान पर हस्ताक्षर किये।
*26 नवंबर 1949 को जब संविधान पारित किया गया तब उसमें 22 भाग,395 अनुच्छेद एवं 8 अनुसूची थी।वर्तमान में 22 भाग,395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूची हैं।
*15 अनुच्छेदों को 26 नवंबर 1949 को ही प्रवर्तित किया गया बाकी को 26 जनवरी 1950 को लागु किया गया।
*संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को हुई और उसी दिन राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा द्वारा भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुन लिया गया।
नोट-*प्रस्तावना को संविधान की कुंजी कहा जाता है।
*प्रस्तावना को कोर्ट में प्रवर्तित नहीं किया जा सकता है।
*42वें संविधान संशोधन 1976 के द्वारा प्रस्तावना में समाजवादी,पंथ या धर्म निरपेक्ष एवं राष्ट्र की अखंडता शब्द जोड़े गए।
करेंट अफेयर्स (राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम की नवीनतम जानकारी)
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तर(विविध)
ऑनलाइन वर्क कैसे प्राप्त करें
सामान्य अंक गणित विथ सिंपल ट्रिक्स
महत्वपूर्ण वेबसाइट(महत्वपूर्ण संस्थाओं के वेब एड्रेस)
सामान्य अध्ययन (भारतीय,संविधान,इतिहास,भूगोल,अर्थव्यव्स्था, विज्ञान् आदि का विषय वार सामग्री)
*****भारतीय संविधान के विदेशी श्रोत*****
1 ब्रिटेन – संसदीय शासन पद्दति, एकल नागरिकता , विधि निर्माण प्रक्रिया ।
2 यूएसए - मौलिक अधिकार,संविधान की सर्वोच्चता, राष्ट्रपति पर महाभियोग, उपराष्ट्रपति, उच्चतम व कुछ न्यायालय के न्यायाधीशों को हटाने की विधि एवं वित्तीय आपात , न्यायिक पुनरावलोकन।
3 ऑस्ट्रेलिया :– प्रस्तावना की भाषा , समवर्ती सूचि का प्रावधान , संसदीय विशेषा धिकार, केंद्र राज्य सम्बन्ध व शक्तियों का विभाजन।
4 रूस :– मौलिक कर्तव्य
5 जापान:– विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
6 जर्मनी :– आपातकाल के दौरान राष्ट्रपति को मौलिक अधिकार संबंधी शक्तियां
7 आयरलैंड :– नीति निर्देशक सिद्धांत,राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा में साहित्य, कला , विज्ञान व समाज सेवा आदि छे त्र से ख्यातिप्राप्त व्यक्तियों का मनोनयन ,राष्ट्रपति के निर्वाचक मंडल की व्य्वस्था।
8 साउथ अफ्रीका :– संविधान संशोधन की प्रक्रिया
9कनाडा:– संघात्मक विशेषतायें, अवशिष्ट शक्तियां केंद्र के पास,राज्यपाल के नियुक्ति की प्रक्रिया।
* भारतीय संविधान पर सबसे अधिक प्रभाव भारत शासन अधिनियम 1935 का है। 395 अनुच्छेद में से लगभग 250 अनुच्छेद (70%) लिए गए हैं।
*****भारतीय संविधान की महत्व्पूर्ण अनुसूचियां*****
* अनुसूचियों की कुल संख्या 12 है।
1वीं -- इसमें 29 राज्यों एवं 7 संघ राज्यों का उल्लेख है।
2वीं--इसमेंराष्ट्रपति,राज्यपालों,न्यायाधीशों,सांसदों,
महालेखा परीक्ष क आदि के वेतन का प्रावधान।
3वीं--इसमें विभिन्न उच्च पदाधिकारियों उपर्लिखित के द्वारा पद ग्रहण के समय ली जानेवाली शपथ का उल्लेख है।
4वीं--इसमें प्रत्येक राज्य व् संघ राज्य छेत्रों के लिए राज्य सभा में प्रतिनिधित्व का वर्णन है।
5वीं--इसमें अनुसूचित जाती एवं अनुसूचित छेत्र के लिए प्रशासन के सम्बन्ध में प्रावधान है।
6वीं--इसमें असम,मेघालय,मिजोरम राज्यों के जनजातीय छेत्र के प्रशासन के बारे में प्रावधान है।
7वीं--इसमें केंद्र एवं राज्यों के बीच शक्तियों के बंटवारे के बारे में दिया गया है।
इसके अंतर्गत 3 सूचि हैं --------
1.संघ सूची :-इसमें 99 विषय हैं जिस पर क्रेन्द्र सरकार कानून बनाती है।
2.राज्य सूची:-इसमें 62 विषय हैं जिस पर राज्य सरकार कानून बनाती है।राष्ट्रहित में केंद्र भी कानून बना सकती है।
3.समवर्ती सूची:-इसके अंतर्गत दिए गए विषय पर केंद्र और राज्य दोनों कानून बना सकती है। मगर राज्य सरकार का कानून केंद्र द्वारा बनाये गए कानून के लागू होने के साथ ही समाप्त हो जाता है।वर्तमान में 52 विषय हैं।
समवर्ती सूची का प्रावधान जम्मू कश्मीर के बारे में नहीं है।
8वीं--देश की 22 भाषाओँ को संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त है।
9वीं--इसमें उन अधिनियमों को शामिल किया गया है जिनके वैधनिकता को न्यायालय में चुनोति नहीं दी जा सकती है।
10वीं--दल - बदल से सम्बंधित कानून । इस अनुसूची को 52वें संविधान संशोधन द्वारा 1985 ईस्वी में संविधान में शामिल किया गया है।
11वीं -- यह अनुसूची संविधान में 73वें संशोधन के द्वारा जोड़ी गयी है। इसमें पंचायतीराज को कार्य करने के लिए29 विषय प्रदान किये गए हैं।
12वीं -- 74वें संशोधन द्वारा जोड़ी गयी है।शहरी छेत्र के स्थानीय स्वशासन को कार्य करने के लिए 18 विषय दिए गए हैं।
****************
*अगला पेज(Next)*
****************